जीएनएस(न्यूज़ एजेंसी)
लखनऊ: अवध जिमखाना क्लब में ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन, आईना के राष्ट्रीय संयोजक के नेतृत्व में आईना कोर कमेटी की बैठक की गई जिसमें पत्रकार हित संरक्षण तथा पत्रकारिता के मूल उद्देश्यों को लेकर चिंतन मनन और मंथन किया गया। जिसमें कोर कमेटी के सभी सदस्यों ने अपने अपने विचार व्यक्त किए। कुछ वर्षों से पत्रकारिता के बदलते स्वरूप से प्रिंट मीडिया के साथ-साथ पत्रकारों की लेखनी पर भी असर पड़ा है। लेकिन इस आधुनिक युग में भी प्रिंट मीडिया की शाख आज भी कायम है।आईना के राष्ट्रीय संयोजक मनोज मिश्रा ने कहा की पत्रकारों के हित की लड़ाई मैं कई वर्षों से लड़ रहा हूं और उनकी समस्याओं को बराबर उठाते हुए शासन प्रशासन को अवगत कराता रहता हूं ।
पत्रकार हितों के लिए मैं कल भी साथ था और आज भी साथ हूं। उन्होंने कहा कि आईना संगठन पत्रकार और पत्रकारिता के मूल उद्देश्य की आवाज बने।आईना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मोहम्मद कामरान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में राज्य मुख्यालय की मान्यता की नियमावली में संशोधन होना चाहिए भारत के अन्य राज्यों के मानक से उत्तर प्रदेश सूचना मान्यता नियमावली मेल नहीं खाती है। भारत के अन्य राज्यों की तरह उत्तर प्रदेश में भी मान्यता का मानक 15000 सरकुलेशन पर किया जाना चाहिए।आईना के राष्ट्रीय सचिव अजय वर्मा ने कहां की पत्रकारों की पेंशन योजना पत्रकारों की बीमा योजना दिलाए जाने के संबंध में आईना संगठन विगत कई वर्षों से सकारात्मक प्रयास कर रहा है और बहुत जल्दी ही पत्रकारों के हित में उसका परिणाम मिलेगा उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार से पत्रकारों के परिवार को चिकित्सा सुविधा लाभ दिलाए जाने के लिए भी संगठन का सतत प्रयास जारी रहेगा इसके साथ ही परिवहन विभाग की बसों में पत्रकारों की यात्रा के समय आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए पूर्व में ही परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से वार्ता की गई थी जिसमें उन्होंने कहा था पत्रकारों की समस्याओं का निदान होगा।आईना के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह ने कहा की पत्रकार हितों की लड़ाई के लिए हमारा संगठन उनकी आवाज बनेगा हम जल्दी ही विचार-विमर्श करके योजनाबद्ध तरीके से पत्रकार हितों की लड़ाई लड़ेंगे।बैठक में अनिल तिवारी, श्यामल त्रिपाठी, अनिल सैनी, अतहर रजा, अविनाश पांडे, शकील अहमद ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।