30 सितंबर तक चलेगा अभियान
सीतापुर: प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) के तहत जिन लाभार्थियों को अभी तक गोल्डन कार्ड नहीं मिल सके हैं, ऐसे लोगों के कार्ड बनाकर उन्हें उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने आयुष्मान आपके द्वार अभियान शुरू किया है। 16 सितंबर से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीम ऐसी बस्तियों में जाएंगी, जहां कार्ड विहीन लाभार्थियों की संख्या अधिक है। जनसेवा केंद्र की टीम इन सभी के गोल्डन कार्ड बनाएगी। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र भेज कर निर्देश दिये हैं।
सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार योजना बनाकर अभियान का शुभांरभ कर दिया गया है। लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाने हेतु ग्रामवार कैंपों का आयोजन किया जा रहा है। आयोजित कैंपों में जन सेवा केंद्रों के द्वारा चयनित लाभार्थियों के नि:शुल्क गोल्डन कार्ड बनाए जायेंगे। पूर्व में जन सेवा केंद्र द्वारा 30 रुपए का सेवा शुल्क लिया जाता था। लाभार्थी अपने पात्रता की जानकारी नजदीकी जन सेवा केंद्र, ग्राम की आशा कार्यकर्ता, कोटेदार एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा अथवा 14555 पर फोन कर के प्राप्त कर सकते हैं। योजना के तहत ऐसे गांवों और वार्डों पर विशेष ध्यान देना है, जहां पर आयुष्मान कार्ड विहीन लाभार्थियों की संख्या अधिक है।
72,144 परिवार योजना से आच्छादित
कार्यक्रम के नोडल और एसीएमओ डॉ. राजशेखर ने बताया कि योजना के तहत जिले के कुल 4.40 लाख परिवारों को योजना से आच्छादित किया गया है, जिन्हें 5 लाख का नि:शुल्क स्वास्थ्य बीमा दिया गया है। जिले में अब तक 4.61 लाख लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है, इसके अलावा 1.81 लाख लाभार्थी परिवारों के कम से कम एक सदस्य का गोल्डन कार्ड बनाया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना से जिले के 21 सरकारी और आठ निजी स्वास्थ्य केंद्र संबंद्ध है। इस योजना के तहत अब तक जिले के 27,815 लाभार्थियों को स्वास्थ्य लाभ दिलाया गया है।
टास्क फोर्स द्वारा प्रतिदिन होगी समीक्षा
योजना के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा लेखपालों, ग्राम सचिवों, कोटेदारों एवं आशा बहुओं को शत-प्रतिशत लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनवाने हेतु निकटतम जन सेवा केंद्रों पर एवं आयोजित कैंपो में लाभार्थियों को बुलवाने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे की जनपद में छूटे हुए समस्त लाभार्थी परिवारों का गोल्डन कार्ड बनवाया जा सके। मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक टास्क फोर्स गठित की गई है, जिसके माध्यम से प्रत्येक दिन बने हुए कार्डों की समीक्षा की जाएगी। गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए लाभार्थी को आधार कार्ड एवं राशन कार्ड अथवा प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का पत्र या परिवार रजिस्टर की नकल लाना अनिवार्य है।
क्या है आयुष्मान भारत योजना
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत वर्मा ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना देश में कमजोर वर्ग के लोगों को मुफ्त में सालाना पांच लाख रूपये तक की बीमा कवरेज मुहैया कराती है। यह दुनिया की सबसे बड़ी और पूरी तरह से सरकारी खर्च पर चलने वाली स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसमें 1000 से ज्यादा कैंसर और दिल की बीमारी जैसी कई गंभीर बीमारियों के लिए प्रदेश के करीब 2900 सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध है। जिस पात्र लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है वह छोटी से लेकर बड़ी बीमारियों तक का इलाज अस्पताल में भर्ती होकर करवा सकते हैं बीमारी की स्थिति में सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज व दवा का खर्च इसके तहत कवर होता है। अगर कोई व्यक्ति कार्ड बनने से पहले से बीमार है तो भी उसका इलाज इस योजना के अंतर्गत होगा। इन बीमारियों में मैटरनल हेल्थ और सी-सेक्शन या उच्च जोखिम प्रसव की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, कैंसर, टीवी, कीमोथेरपी, रेडिएशन थेरेपी, हार्ट बाईपास सर्जरी, न्यूरो सर्जरी, दांतों की सर्जरी, आंखों की सर्जरी, एमआरआई, सीटी स्कैन, दिल की बीमारी, किडनी, लीवर, डायबीटीज, कोरोनरी बायपास, घुटना प्रत्यारोपण, स्टंट डालना, आंख, नाक, कान सांस और गले से संबंधित बीमारी आदि शामिल हैं। इसके साथ ही अस्पताल में एडमिट होने से पहले व बाद के खर्च भी इस हेल्थ बीमा में कवर किए जा रहे हैं।