लहरपुर विधायक सुनील वर्मा ने फीता काट कर किया कार्यक्रम का उद्घाटन
सीतापुर: लरहरपुर विधायक सुनील वर्मा द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लरहरपुर में बाल स्वास्थ्य पोषण माह का उद्घाटन फीता काट कर किया गया किया गया । इस अवसर पर विधायक द्वारा 09 माह से लेकर 05 वर्ष तक के बच्चो को विटामिन ए की खुराक भी पिलवायी गयी ।
ज्ञात हो कि जनपद सीतापुर में आज से बाल स्वास्थ्य पोषण माह का अभियान शुरु किया गया है । जिले में 576590 लाख बच्चों को विटामिन “ए” पिलाने का लक्ष्य है ।
बाल स्वास्थ्य पोषण माह आज से शुरू होकर एक माह तक चलेगा | इस अभियान के दौरान नौ माह से पांच वर्ष तक की आयु के बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन – ए की खुराक दी जाएगी क्योंकि यह उनके लिए अत्यंत आवश्यक है | यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मधु गैरोला ने दी | उन्होंने बताया- यह अभियान 28 जुलाई से शुरू होकर एक माह तक चलेगा | ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस (वीएचएनडी) और शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस(यूएचएनडी) के माध्यम से विटामिन – ए की खुराक बच्चों को एक सुनिश्चित योजना के अनुसार दी जायेगी |
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया- इस बार अभियान में करीब 576590 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य है, जिसमें नौ से 12 माह के 33612 बच्चे, एक से दो साल के लगभग 144830 लाख बच्चे तथा दो से पांच साल के लगभग 398148 लाख बच्चे हैं | विभाग के पास विटामिन- ए दवा की समुचित मात्रा उपलब्ध है | आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एक सुनिश्चित कार्य योजना बनाकर बच्चों की ड्यूलिस्ट तैयार करेंगी |
कोरोना से बचाव में रोग प्रतिरोधक क्षमता महत्वपूर्ण है | नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की नौ खुराक दिये जाने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोत्तरी होती है | 9 से 12 माह के बच्चों को 1 मिली (एक लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) मीजल्स एवं रूबेला के पहले टीकाकरण के दौरान , 16 से 24 माह के बच्चों को 2 मिली (दो लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) मीजल्स एवं रूबेला के दूसरे टीके के साथ नियमित टीकाकरण सत्र के दौरान, 2 साल से 5 साल के बच्चों को 2 मिली (दो लाख अंतर्राष्ट्रीय यूनिट) 6-6 माह के अन्तराल पर बाल स्वास्थ्य पोषण माह के दौरान दी जाती है |
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पी के सिंह ने बताया कि – विटामिन ए की कमी से बच्चों में अंधापन हो जाता है जिसे रोका जा सकता है | गर्भवती में विटामिन ए की कमी से रतौंधी (नाईट ब्लाइंडनेस) हो जाता है जो कि मातृ मृत्यु के खतरे को बढ़ाता है | विटामिन ए एक शिशु सुरक्षा कवच है | यह वसा में घुलनशील है | विटामिन ए के सेवन से शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता में वृद्धि होती है, रतौंधी से बचाव, कॉर्निया की सुरक्षा होती है, दस्त एवं सांस सम्बन्धी रोगों से बचाव होता है एवं कुपोषण में कमी होती है | साथ ही यह शारीरिक विकास में भी सहायक होता है |
अभियान कोविड से बचाव के प्रोटोकॉल्स के साथ किया जाएगा | हर सत्र पर एएनएम के पास सेनिटाईजर रखना आवश्यक होगा | बच्चों को दी जाने वाली विटामिन ए की मात्रा का निर्धारण विटामिन ए की दवा के साथ दी जाने वाली चम्मच से होगा जिसमें 1 मिली व 2 मिली का निशान बना होगा | एक बोतल खत्म होने के बाद ही दूसरी बोतल खोली जाएगी और बोतल खोलने के बाद उस पर तारीख़ जरूर लिखना है |
उद्घाटन के अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ पी के सिंह ,उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ डी के सिंह ,ज़िला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी राज कुमार ,डीएमसी नीतेश श्रीवास्तव ,सुयोग श्रीवास्तव सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लरहरपुर के अधीक्षक डॉ आनंद मित्रा ,बीपीएम गौरव सक्सेना ,बीसीपीएम मनोज वर्मा सहित स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे ।