रामकोट-सीतापुर। राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन के विधानसभा अध्यक्ष सहित किसान नेताओं को पुलिस ने नजरबंद रखा।

राष्ट्रीय किसान मज़दूर संगठन के विधान सभा अध्यक्ष मो. नसीम अली को रामकोट पुलिस ने रात ही मे घर से उठाकर रामकोट थाने लाकर नज़रबंद कर लिया। वहीं तिरंगा रैली में शामिल होने जा रहे सिख संगठन के जिला अध्यक्ष गुरपाल सिंह को रामकोट चौराहे से नज़र बंद किया साथ ही सरनजीत सिह को भी नज़र बंद किया गया। सभी किसान नेताओं को रामकोट थाने में रोका गया। वहीं राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेश महासचिव इशराक गाज़ी को भी नज़र बंद किया गया। प्रदेश महासचिव इशराक गाज़ी को नीमसार पुलिस के द्वारा नजरबंद किया गया। प्रदेश महासचिव इशराक गाज़ी ने कहा प्रशासन इतना डरा हुआ है कि किसान नेताओं को आए दिन नजरबंद किया जा रहा है। आखिर कब तक प्रशासन हम किसान नेताओं को नजरबंद रखेगा। किसान नेता तो नजरबंद हो सकते हैं लेकिन देश की आबादी में लगभग 65% किसान है इतनी बड़ी संख्या में किसानों को नजरबंद नहीं किया जा सकता। दिल्ली किसान आंदोलन अब जन आंदोलन बन चुका है। जितना आंदोलन को दबाने का प्रयास होगा आंदोलन उतना और मजबूत होगा। हम सब की मांग है न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाओ। और अपने कानून वापस ले जाओ।
रिपोर्ट- रियासत अली सिद्दीकी