रियासत अली सिद्दीकी/संतोष कुमार राव
रामकोट/सीतापुर। डालमिया चीनी मिल जवाहरपुर में किसान विश्राम गृह की हालत दयनीय बनी हुई है।चीनी मिल परिसर गन्ना यार्ड के निकट स्थित किसान विश्राम गृह जो किसानों के ठहरने के लिए बना हुआ है। जहां पर छाया, पानी व ठहरने के लिए कोई ब्यवस्था नही की गयी। जगह-जगह कूड़े कचरे के ढेर लगे हुए है, गंदगी ब्याप्त है, बड़ी-बड़ी घास उगी हुई है, उसमें साँप बिच्छू पैदा हो रहे हैं। किसानों के रहने के लिए कोई समुचित ब्यवस्था नही है, जिसकी तस्वीर कैमरे में कैद साफ-साफ बयां कर रही है।
हद तो तब हो गयी जब विश्राम गृह के अंदर जा कर देखा गया तो वहाँ पर टीन शेड भी नही पड़ा हुआ है, कूड़े कचरे के ढ़ेर लगे हुए हैं, जो स्वच्छता अभियान की स्वच्छ भारत-स्वास्थ्य भारत का नारा लगाने वाली सरकार की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। जहाँ पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं हांथो से झाड़ू लकाकर सफाई का सन्देश दिया। वही चीनी मिल के अधिकारी जरा भी किसानो की तरफ ध्यान नही दे रहे हैं। किसान को अन्न का दाता कहा जाता है, जिसके लिए मिल प्रबन्धन की तरफ से पल भर ठहरने के लिए कोई समुचित ब्यवस्था नही की गयी है। जहां पर जिले के जिम्मेदार जिला गन्ना अधिकारी संजय सिसौदिया बड़े बड़े दावे कर रहे है। मिल के जिम्मेदार अधिकारियों के आँख पर पट्टी पड़ी हुई है। जो उन्हें कुछ भी दिखाई नही देता है। जो किसानों के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है।
किसान विनोद कुमार ने बताया चीनी में गन्ना लेकर आते हैं तो अपनी ही ट्राली के नीचे रात्रि व्यतीत करते हैं, विश्राम गृह में कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं पर किसान राम लोटन ने बताया कि जब विश्राम गृह में साफ सफाई व्यवस्था नहीं है वहां पर चारो तरफ गंदगी फैली हुई है, बिश्राम ग्रह मे हम कैसे ठहरे। बताते चलें जंहा पर चीनी मिल तीसरी आंख सीसी टीवी के कैमरे की नजर में होने बावजूद भी टीन शेड चोरी हो गयी। इस सम्बंध में जब चीनी मिल के जीएम गन्ना आशीष बंसल से बात की गई तो बताया कि चीनी मिल चलने के बाद टीन शेड चोरी हो गयी है। जिसकी लिखित सूचना अभी थाने में भी नही दी गयी है। 3 दिन के अंदर टीन शेड डलवा कर साफ सफाई करवा दी जाएगी।